सुनिश्चित राजमार्ग
जीवन सुबह और शाम, रात और दिन जैसे दोनों पक्षों के साथ मिलकर बनता है। इनके प्रति सम्यक दृष्टि हलके-फुलके जीवन का आधार बनती है। इसलिए केवल अँधेरे पर ही ध्यान केंद्रित न करें, सकारात्मक पक्ष पर भी विचार करें। जीवन के घनघोर अंधकार के बीच उज्जवल संभावनाओं के बीज अवश्य मिलेंगे। इनको अपने पुरुषार्थ एवं सतत प्रयास का खाद-पानी देते रहें। ये समय पर पुष्पित-पल्लवित होकर अवश्य ही जीवन की बगिया को महकाएँगे। इस तरह ईश्वरीय विधान पर अटल आस्था के साथ अपनी संभावनाओं पर सतत कार्य किसी भी तरह निराशा से उबरने का एक सुनिश्चित राजमार्ग साबित होता है।
Life consists of both sides like morning and evening, night and day. Right attitude towards them becomes the basis of a light life. So don't just focus on the dark side, think on the positive side too. The seeds of bright possibilities will surely be found in the midst of the darkness of life. Keep giving them manure and water for your effort and continuous effort. These flowers will bloom on time and will surely smell the garden of life. In this way, continuous work on our possibilities with unwavering faith in the divine law proves to be a sure highway to overcome any disappointment.
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यज्ञ द्वारा सुख की प्राप्ति ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका के वेद विषय विचार अध्याय में महर्षि दयानन्द सरस्वती ने वर्णित किया है कि यज्ञ में जो भाप उठता है, वह वायु और वृष्टि के जल को निर्दोष और सुगन्धित करके सब जगत को सुखी करता है, इससे वह यज्ञ परोपकार के लिए होता है। महर्षि ने इस सम्बन्ध में ऐतरेय ब्राह्मण का प्रमाण देते हुए लिखा है...