Call Now : 8989738486, 9009662310 | MAP
     
विशेष सूचना - Arya Samaj, Arya Samaj Mandir तथा Arya Samaj Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से Internet पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह वैधानिक है अथवा नहीं। "आर्यसमाज मन्दिर चान्द, जिला- छिन्दवाड़ा" अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट द्वारा संचालित छिन्दवाड़ा जिले में एकमात्र मन्दिर है। भारतीय पब्लिक ट्रस्ट एक्ट (Indian Public Trust Act) के अन्तर्गत पंजीकृत अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट एक शैक्षणिक-सामाजिक-धार्मिक-पारमार्थिक ट्रस्ट है। आर्यसमाज मन्दिर चान्द के अतिरिक्त छिन्दवाड़ा जिले में अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट की अन्य कोई शाखा या आर्यसमाज मन्दिर नहीं है। Arya Samaj Mandir Chand, Chhindwara is run under aegis of Akhil Bharat Arya Samaj Trust. Akhil Bharat Arya Samaj Trust is an Eduactional, Social, Religious and Charitable Trust Registered under Indian Public Trust Act. Arya Samaj Mandir Chand, Chhindwara is the only Mandir controlled by Akhil Bharat Arya Samaj Trust in Chhindwara. We do not have any other branch or Centre in Chhindwara District. Kindly ensure that you are solemnising your marriage with a registered organisation and do not get mislead by large Buildings or Hall.
arya samaj marriage chhindwara india legal
all india arya samaj marriage place

Jamanpani Ryt | Jamanpani Ryt - Chhindwara Arya Samaj (9300441615) Mandir Marriage Helpline Conductor for Bakrampat - Darasikhurd - Karmajhiri - Nayegaon - Sawangi Seoni - Hoshagabad MP

हर क्षण जीवन है और हर क्षण मृत्यु है। मृत्यु पाने की क्रिया और जीवन की क्रिया साथ-ही-साथ होती है। जीवन और मृत्यु एक साथ होते हैं। हर क्षण दोनों होते हैं, इसलिये भयभीत होने की जरूरत नहीं है। आप शरीर के साथ आत्मीयता ज्यादा रखोगे कि मैं शरीर हूँ तो मुश्किल खड़ी होगी। मन के साथ आत्मीयता रखोगे, तो मुश्किल खड़ी होगी।

चान्द - छिन्दवाड़ा में आर्यसमाज में विवाह हेतु आवश्यक दस्तावेज एवं जानकारी
चान्द - छिन्दवाड़ा में आर्यसमाज द्वारा सम्पन्न होने वाले विवाह "आर्य विवाह मान्यता अधिनियम-1937, अधिनियम क्रमांक 1937 का 19' के अन्तर्गत कानूनी मान्यता प्राप्त हैं। अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा वैवाहिक जोड़ों की कानूनी सुरक्षा (Legal Sefety) एवं पुलिस संरक्षण (Police Protection) हेतु नियमित मार्गदर्शन (Legal Advice) दिया जाता है।

1. वर-वधु दोनों के जन्म प्रमाण हेतु हाई स्कूल की अंकसूची या कोई शासकीय दस्तावेज तथा पहचान हेतु मतदाता परिचय पत्र या आधार कार्ड अथवा पासपोर्ट या अन्य कोई शासकीय दस्तावेज चाहिए। विवाह हेतु वर की अवस्था 21 वर्ष से अधिक तथा वधु की अवस्था 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
2. वर-वधु दोनों को ट्रस्ट द्वारा निर्धारित प्रारूप में घोषणा पत्र प्रस्तुत करना होगा। किसी अन्य नोटरी से सत्यापित शपथ पत्र स्वीकार नहीं किये जावेंगे।
3. वर-वधु दोनों की अलग-अलग पासपोर्ट साईज की 6-6 फोटो।
4. दोनों पक्षों से दो-दो मिलाकर कुल चार गवाह, परिचय-पहचान पत्र सहित। गवाहों की अवस्था 21 वर्ष से अधिक हो तथा वे हिन्दू-जैन-बौद्ध या सिक्ख होने चाहिएं।
5. विधवा / विधुर होने की स्थिति में पति / पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र तथा तलाकशुदा होने की स्थिति में तलाकनामा (डिक्री) आवश्यक है।
6. वर-वधु का परस्पर गोत्र अलग-अलग होना चाहिए तथा हिन्दू विवाह अधिनियम के अनुसार कोई निषिद्ध रिश्तेदारी नहीं होनी चाहिए।

शादी-माफ़िया दलालों से सावधान - छिन्दवाड़ा, भोपाल, इन्दौर, रायपुर, दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, जयपुर, लखनऊ, चण्डीगढ़, मुम्बई, हैदराबाद आदि बड़े शहरों में वकीलों एवं दलालों के शादी-माफिया के रूप में ऐसे अनेक गिरोह सक्रिय हैं, जो भारत के सभी शहरों में इण्टरनेट, सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों के माध्यम से Arya Samaj, Arya Samaj Mandir, Arya Samaj Marriage, Same Day Court Marriage, Legal Marriage, Love Marriage, Head Office और प्रादेशिक कार्यालय तथा इससे मिलते जुलते नामों से आकर्षक विज्ञापन देकर भोले-भाले युवक-युवतियों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें गुमराह कर रहे हैं। Fake Location Map बनाने तथा किसी भी शहर में किसी भी मन्दिर के Location Map पर अपना illegal photo एवं illegal Mobile Phone नम्बर डालने में इनको महारत हासिल हैं। प्रेम विवाह के इच्छुक युवक-युवतियाँ इनके जाल में आसानी से फँस जाते हैं। सही मार्गदर्शन के अभाव में ऎसे युवक-युवतियाँ गलत रास्ते पर भी चले जाते हैं। बाद में पछताने के अलावा इनके पास कुछ नहीं बचता।

आर्यसमाज विवाह करने हेतु समस्त जानकारियां फोन द्वारा प्राप्त की जा सकती हैं। विवाह सम्बन्धी जानकारी या पूछताछ‌ के लिए आप मो.- 8989738486 पर श्री देव शास्त्री से निसंकोच बात कर समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा आपको जिस दिन विवाह करना हो उस मनचाहे दिन की बुकिंग आप फोन पर करा सकते हैं। फोन द्वारा बुकिंग करने के लिए वर-वधू का नाम पता और विवाह की निर्धारित तिथि बताना आवश्यक है।

युगलों की सुरक्षा - प्रेमी युगलों की सुरक्षा एवं गोपनीयता की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए तथा माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रेमी युगलों की सुरक्षा सम्बन्धी दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुपालन के अनुक्रम में हमारे आर्य समाज द्वारा विवाह के पूर्व या पश्चात वर एवं वधू की गोपनीयता एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विवाह से सम्बन्धित कोई भी काग़जात, सूचना या जानकारी वर अथवा वधू के घर या उनके माता-पिता को नहीं भेजी जाती है, जिससे विवाह करने वाले युगलों की पहचान को गोपनीय बनाये रखा जा सके, ताकि उनके जीवन की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न न हो सके।

विशेष सूचना- इण्टरनेट, सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों में प्रसारित हो रहे अनेक फर्जी वेबसाइट एवं आकर्षक विज्ञापनों को ध्यान में रखते हुए जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह शासन द्वारा मान्य एवं लिखित अनुमति प्राप्त वैधानिक है अथवा नहीं। इसके लिए सम्बन्धित संस्था को शासन द्वारा प्रदत्त आर्य समाज विधि से अन्तरजातीय आदर्श विवाह करा सकने हेतु लिखित अनुमति अवश्य देख लें, ताकि आपके साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी ना हो।

"आर्यसमाज संस्कार केन्द्र, चान्द - छिन्दवाड़ा" अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा संचालित है। भारतीय पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम (Indian Public Trust Act) के अन्तर्गत पंजीकृत अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट एक सामाजिक-शैक्षणिक-धार्मिक-पारमार्थिक ट्रस्ट है। "आर्यसमाज संस्कार केन्द्र, चान्द" छिन्दवाड़ा में ट्रस्ट द्वारा संचालित एकमात्र आर्यसमाज संस्कार केन्द्र है। छिन्दवाड़ा में इसके अतिरिक्त ट्रस्ट का अन्य कोई मन्दिर या शाखा अथवा संस्कार केन्द्र नहीं है। आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपका विवाह शासन (सरकार) द्वारा आर्यसमाज विवाह कराने हेतु मान्य रजिस्टर्ड संस्था में हो रहा है या नहीं। आर्यसमाज होने का दावा करने वाले किसी बडे भवन, हॉल या चमकदार ऑफिस को देखकर गुमराह और भ्रमित ना हों।

अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें -
(समय - प्रातः 10 बजे से सायं 8 तक)

क्षेत्रीय कार्यालय (चान्द - छिन्दवाड़ा)
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
छिन्दवाड़ा शाखा
वार्ड न. 7, नगर परिषद के पास, चान्द
जिला- छिन्दवाड़ा (मध्य प्रदेश)
हेल्पलाइन : 8120018052, 9009662310
www.aryasamajonline.co.in

Regional Office (Chand - Chhindwara)
Arya Samaj Sanskar Kendra
Akhil Bharat Arya Samaj Trust
Chhindwara Branch
Ward No. 7, Near Nagar Parishad
Chand, 
Chhindwara (Madhya Pradesh)
Helpline : 8120018052, 9009662310
www.allindiaaryasamaj.com 

------------------------------------------------------------------

राष्ट्रीय प्रशासनिक मुख्यालय
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
आर्य समाज मन्दिर अन्नपूर्णा
नरेन्द्र तिवारी मार्ग
बैंक ऑफ़ इण्डिया के पास
दशहरा मैदान के सामने
बैंक कॉलोनी, इन्दौर (म.प्र.) 452009
फोन : 0731-2489383, 9302101186
www.aryasamajindore.com

National Administrative Office
Akhil Bharat Arya Samaj Trust
Arya Samaj Mandir Annapurna
Narendra Tiwari Marg
Near Bank of India

Opp. Dussehra Maidan
Annapurna 
Indore (M.P.) 452009
Tel. : 0731-2489383, 9302101186
www.aryasamajindore.org 


अध्यात्म पथ पर आरूढ़ होने के लिये चित्त का विषयों से विरक्त होना प्राथमिक आवश्यकता है। इस क्रम में वैराग्य क्या है ? पहले हम यह जानें। वैराग्य के स्वरूप को जान लेने के बाद उसकी प्राप्ति के उपायों को समझना भी परम आवश्यक है। महर्षि पतंजलि योगदर्शन में वैराग्य साधक नानाविध उपायों की चर्चा की है, जिनमें सरलतम उपाय है - वीतरागविषयं व चित्तम। वीतराग पुरुषों को विषय करने वाला चित्त समाधिस्थ हो जाता है। अर्थात्त संसार के पदार्थों में आसक्ति न होने का नाम ही वैराग्य हैं। वैराग्य बहुत ही रहस्य का विषय है और निःसन्देह इसकी पराकष्ठा उन्हीं लोगों में होती है, जो जीवन्मुक्त महात्मा हैं। सच्चा वैराग्य तो वह है, जिसमें सांसारिक भोग-पदार्थों के प्रति अरुचि हो जाती है। जब इनके प्रति अरुचि होती है, तभी परमात्मा के स्वरूप का ज्ञान होता है और ज्ञान से ही हमारा उद्धार होता है।

जो अविद्या की उपासना करते हैं, वे अंधकार में प्रवेश करते हैं और जो विद्या में रत हैं, वे उससे भी अधिक अंधकार में प्रवेश करते हैं। वास्तव में साधक को सच्चा, दृढ़ वैराग्य उपार्जन करना चाहिये। किसी नाटकीय अभिनय का नाम वैराग्य नहीं है। ऐसे लोग भी देखने में आते हैं, जो मात्र दिखावे के लिये मौन धारण कर लेते हैं, कोई आसन लगाकर बैठ जाता है, कोई विभूति रमाकर, कोई केश बढ़ाकर, कोई धूनी तपता है; क्योंकि उनका तात्पर्य मात्र उदरपूर्ति होती है। हमारा अभिप्राय उन साधकों के लिये कदापि नहीं है, जो स्वयं के लिये, अन्तःकरण की शुद्धि के लिये या साधन बढ़ाने पर ऐसा करते हैं, उनकी कौन निन्दा कर सकता है ? जो पुरुष या स्त्री चित्तवृत्तियों को भगवान चिंतन में लगाकर सच्ची वैराग्य-वृत्ति से बाह्यभ्यन्तर त्याग करते हैं, उन लोगों की तो शास्त्र भी प्रशंसा करते हैं। 
Search Term:
Jamanpani Ryt - Procedure of Arya Samaj Wedding | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Mandir Marriage Indore Madhya Pradesh India | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Helpline | Jamanpani Ryt - Web Portal of Akhil Bharat Arya Samaj Trust Indore | Jamanpani Ryt - Inter Caste Marriage Promotion For Prevent of Untouchability | Jamanpani Ryt - Inter Caste Marriage Consultants | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Rules Lakhnadon Madhya Pradesh Bharat | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Legal Marriage Service | Jamanpani Ryt - Inter Caste Marriage Promotion for National Unity by Arya Samaj | Jamanpani Ryt - Human Rights | Jamanpani Ryt - Human Rights to Marriage | Jamanpani Ryt - Court Marriage Consultants | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Mandir Marriage Consultants | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Certificate | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Procedure | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Registration | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Documents | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Wedding Procedure | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Intercaste Marriage | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Wedding | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Wedding Rituals | Jamanpani Ryt - Legal Arya Samaj Wedding | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Shaadi Lakhnadon M.P. India.
Jamanpani Ryt - Arya Samaj Mandir Shaadi | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Shadi Procedure | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Shadi | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Mandir Shadi | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Certificate | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Validity | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Ceremony | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Wedding Ceremony | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Marriage Documents Required | Jamanpani Ryt - Inter Caste Marriage for prevent of untouchability Lakhnadon Madhya Pradesh Bharat | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Pandits Helpline | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Pandits | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Pandits for Marriage | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Temple | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Pandits for Havan | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Pandits for Pooja | Jamanpani Ryt - Pandits for Marriage | Jamanpani Ryt - Pandits for Pooja | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Pandits for Vastu Shanti Havan | Jamanpani Ryt - Vastu Correction Without Demolition | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Pandits for Gayatri Havan | Jamanpani Ryt - Vedic Pandits Helpline | Jamanpani Ryt - Hindu Pandits Helpline | Jamanpani Ryt - Pandit Ji | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Intercast Matrimony | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Hindu Temple | Hindu Matrimony Lakhnadon M.P. India.
Jamanpani Ryt - Arya Samaj Helpline | Jamanpani Ryt - Arya Samaj Mandir Helpline | Official Website of Arya Samaj Chhindwara Madhya Pradesh | जामनपानी Ryt - वेद | जामनपानी Ryt - महर्षि दयानन्द सरस्वती | जामनपानी Ryt - अखिल भारत आर्य समाज विवाह समारोह | जामनपानी Ryt - अखिल भारत आर्य समाज हवन | जामनपानी Ryt - अखिल भारत आर्य समाज पंडित | जामनपानी Ryt - अखिल भारत आर्य समाजी पण्डित | जामनपानी Ryt - अस्पृश्यता निवारणार्थ अन्तरजातीय विवाह अखिल भारत | जामनपानी Ryt - अखिल भारत आर्यसमाज मन्दिर | जामनपानी Ryt - अखिल भारत आर्य समाज मन्दिर विवाह | जामनपानी Ryt - अखिल भारत आर्य समाज वास्तु शान्ति हवन | अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट लखनादौन शाखा | जामनपानी Ryt - अखिल भारतीय आर्य समाज विवाह सेवा छिन्दवाड़ा शाखा मध्य प्रदेश भारत |

  • यज्ञ द्वारा सुख की प्राप्ति

    यज्ञ द्वारा सुख की प्राप्ति ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका के वेद विषय विचार अध्याय में महर्षि दयानन्द सरस्वती ने वर्णित किया है कि यज्ञ में जो भाप उठता है, वह वायु और वृष्टि के जल को निर्दोष और सुगन्धित करके सब जगत को सुखी करता है, इससे वह यज्ञ परोपकार के लिए होता है। महर्षि ने इस सम्बन्ध में ऐतरेय ब्राह्मण का प्रमाण देते हुए लिखा है...

    Read More ...

pandit requirement
Copyright © 2022. All Rights Reserved. aryasamajchhindwara.com